तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने एआईसीटीई प्रगति स्कॉलरशिप योजना के मैं चयनित छात्राओं से बातचीत की, कहा, इस पहल से भारत में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा

तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने एआईसीटीई प्रगति स्कॉलरशिप योजना के मैं चयनित छात्राओं से बातचीत की, कहा, इस पहल से भारत में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा

राजस्थान में तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने 27 सितंबर को एआईसीटीई प्रगति स्कॉलरशिप योजना के लिए चुनी गई छात्राओं से बातचीत की
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने तकनीकी शिक्षा में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स कर रही छात्राओं  के लिए स्कॉलरशिप स्कीम चलाई है। इस कार्यक्रम के तहत देश भर में छात्राओं को बड़ी संख्या में स्कॉलरशिप दी जाती है। एआईसीटीई की इस स्कॉलरशिप ने देश की छात्राओं में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने और उसे लोकप्रिय बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। हाल ही के वर्षों में हजारों छात्राओं ने एआईसीटीई प्रगति स्कॉलरशिप का लाभ उठाया है। वह सभी अपनी जिंदगी और करियर हमेशा के लिए बदलने के लिए एआईसीटीआई के आभारी हैं।


2021 में राजस्थान की 295 छात्राओं ने एआईसीटीई प्रगति योजना के तहत दी गई स्कॉलरशिप हासिल की। इन छात्राओं में 131 डिग्री स्टूडेंट्स और 164 डिप्लोमा कोर्स कर रही छात्राएं शामिल हैं।  


कार्यक्रम की शुरुआत एआईसीटीई, छात्र विकास प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव के स्वागत भाषण से हुई। कार्यक्रम के दौरान डॉ. सुभाष गर्ग ने छात्राओं से बातचीत की। उन्होंने देश भर में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने फूलप्रूफ तरीके से एआईसीटीई प्रगति स्कीम चलाने के लिए एआईसीटीई की सराहना की। उन्होंने कहा कि एआईसीटीई की पहल से देश भर में छात्राओं को अपनी प्रतिभा को और तराशने और संवारने का मौका मिल रहा है। 


कार्यक्रम में डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा, “मैं काफी खुश हूं और एआईसीटीई का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम में आमंत्रित किया। अगर छात्राओं को पर्याप्त अवसर मुहैया कराए जाएं तो वह तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में कमाल कर सकती है। छात्र-छात्राओं को बेहतर गुणवत्ता की तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की जरूरत है, ताकि वह अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता की कसौटी पर खरे उतर सकें। एआईसीटीई की प्रगति योजना एक अच्छी पहल है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की छात्राएं भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अपने सपने को पूरा कर सकेंगी।“    


एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा, “मैं माननीय मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने एआईसीटीई स्कॉलरशिप का हिस्सा बनीं छात्राओं से बातचीत की। एआईसीटीई को उम्मीद है कि भविष्य में और अधिक छात्राओं तकनीकी शिक्षा के मोर्चें पर आगे आएंगी।“
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष प्रोफेसर एमपी पुनिया ने कहा, “डॉ. सुभाष गर्ग के शब्दों और विचारों से एआईसीटीई प्रगति स्कॉलरशिप योजना का हिस्सा बनी छात्राओं में और आत्मविश्वास आएगा। इस स्कॉलरशिप योजना ने देश को महसूस कराया है कि तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं की प्रतिभा और बुद्धिमत्ता का प्रयोग करने से हमारे देश में तकनीकी क्षेत्र में कई क्रांतिकारी परिवर्तन हो सकते हैं।


एआईसीटीई प्रगति डिप्लोमा स्कॉलरशिप मैं चयनित झालावाड़ स्थित पॉलिटक्निक कॉलेज की छात्रा इशिका जागिड़ ने कहा, “मैं एआईसीटीई को इस स्कॉलरशिप के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं। मैं बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हूं, लेकिन एआईसीटीई की प्रगति स्कॉलरशिप ने मेरी जिंदगी बदल दी। अब मेरे पास तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने का मौका है।“


उदयपुर में कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग की छात्रा मिस खुशी सिंह ने भी एआईसीटीआई की प्रगति स्कॉलरशिप हासिल की है। उन्होंने कहा, “एआईसीटीई की प्रगति स्कॉलरशिप योजना के तहत छात्रवृत्ति हासिल करना बेहद सम्मान की बात है। इससे मुझे उच्च तकनीक हासिल करने में काफी मदद मिलेगी।“


कार्यक्रम के अंत में श्रीमती संजू चौधरी, सहायक निदेशक, छात्र विकास प्रकोष्ठ, एआईसीटीई, नई दिल्ली द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।