कन्हैया ने थामा 'हाथ' तकनीकी कारणों से जिग्नेश अभी रुके

कन्हैया ने थामा 'हाथ' तकनीकी कारणों से जिग्नेश अभी रुके

कन्हैया कुमार मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन जिग्नेश मेवानी अभी शामिल नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे वैचारिक रूप से कांग्रेस के साथ हैं। देशभर में कांग्रेस के लिए काम करेंगे। कन्हैया कुमार ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल व रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। इससे पहले कन्हैया कुमार व मेवानी ने राहुल गांधी से मुलाकात की।

इससे पहले भाकपा नेता कन्हैया कुमार व गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी शहीदे आजम भगत सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उसी वक्त कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी दिल्ली के आईटीओ स्थित शहीदे आजम भगत सिंह पार्क पहुंचे। यहां उनकी राहुल गांधी से मुलाकात हुई। उन्होंने राहुल गांधी को पगड़ी बांधी।

कन्हैया कुमार ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा में कहा, 'इस देश के लाखों-करोड़ों नौजवानों को ये लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। हम कांग्रेस पार्टी में इसलिए शामिल हुए हैं क्योंकि कांग्रेस गांधी की विरासत को लेकर आगे चलेगी। मैं कांग्रेस में इसलिए शामिल हो रहा हूं क्योंकि मुझे ये महसूस होता है कि देश में कुछ लोग सिर्फ लोग नहीं हैं, वो एक सोच हैं। वो देश की सत्ता पर न सिर्फ काबिज हुए हैं, देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्य, इतिहास, वर्तमान, भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस वो पार्टी है जो गांधी, नेहरू, भगतसिंह, मौलाना आजाद के विचारों को आगे लेकर चलती है। यह देश की सबसे पुरानी पार्टी है। सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को नहीं बचाया गया तो छोटी-छोटी कश्तियां भी नहीं बचेंगी। हमने कांग्रेस का चुनाव किया है, क्योंकि ये देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है। 

कन्हैया कुमार ने आरएसएस पर नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि ये कैसा परिवार है, हमें घर-परिवार के साथ रहकर ही संघर्ष छेड़ना है। देश में वैचारिक संघर्ष का नेतृत्व कांग्रेस ही कर सकती है। कुछ लोग देश का भविष्य खराब करना चाहते हैं। विपक्ष कमजोर होता है तो सत्ता तानाशाह हो जाती है।

कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे गुजरात के निर्दलीय विधायक मेवानी ने कहा-'वैचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गया हूं। अभी औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल नहीं हुआ हूं। अगला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर ही लड़ूंगा। लोकतंत्र और आइडिया आफ इंडिया को बचाने के लिए मैं ऐसी पार्टी के साथ होना चाहता हूं, जिसने आजादी के आंदोलन का नेतृत्व किया और अंग्रेजों को देश के बाहर निकाला। इसलिए मैं आज कांग्रेस के साथ हूं।' जिग्नेश मेवानी ने बताया कि वह तकनीकी कारणों से अभी कांग्रेस में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह निर्दलीय विधायक हैं, यदि वह पार्टी में शामिल होते हैं तो वह विधायक नहीं रह सकेंगे। 

CPI का दामन छोड़ने वाले कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। दिल्ली में हुए कार्यक्रम में मंगलवार को रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसी कार्यक्रम में गुजरात के दलित कार्यकर्ता और विधायक जिग्नेश मेवाणी को भी कांग्रेस में शामिल होना था, लेकिन तकनीकी वजहों से वे पार्टी की सदस्यता नहीं ले पाए। उन्होंने कहा कि वे वैचारिक रूप से पार्टी से जुड़ गए हैं। इस दौरान पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी मौजूद रहे। माना जा रहा है कि कई राज्यों में बागियों से परेशान कांग्रेस अब युवाओं पर दांव खेल रही है।

पंजाब में सिद्धू के इस्तीफे से बने हालात की वजह से इस कार्यक्रम को तीन बार आगे बढ़ाया गया। सुरजेवाला ने कहा कि आज हम सब के लिए विशेष दिन है। इस मंच पर दो नौजवान बैठे हैं, जो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। इन्होंने लगातार मोदी सरकार और हिटलरशाही जो इस देश में चल रही है, से अपने तरीके से व्यापक संघर्ष किया है। ये आवाज और मजबूत होगी, जब ये आवाज राहुल गांधी की आवाज से मिलकर एक और एक 11 हो जाएगी। पहले इस कार्यक्रम में राहुल के भी शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन वे नहीं आए।

कन्हैया ने बताया कांग्रेस में क्यों शामिल हुए...

  • कन्हैया ने कहा कि मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं, क्योंकि यह सिर्फ एक पार्टी नहीं है, एक विचार है। यह देश की सबसे पुरानी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है। मैं 'लोकतांत्रिक' पर जोर दे रहा हूं... सिर्फ मैं ही नहीं कई लोग सोचते हैं कि देश कांग्रेस के बिना नहीं रह सकता।
  • मैं कांग्रेस में इसलिए शामिल हो रहा हूं, क्योंकि मुझे ये महसूस होता है कि देश में कुछ लोग सिर्फ लोग नहीं हैं, वे एक सोच हैं। वे देश की सत्ता पर न सिर्फ काबिज हुए हैं, देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्य, इतिहास, वर्तमान, भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
  • कांग्रेस एक बड़े जहाज की तरह है, अगर इसे बचाया जाता है, तो मेरा मानना है कि कई लोगों की आकांक्षाएं, महात्मा गांधी की एकता, भगत सिंह की हिम्मत और बीआर अंबेडकर के समानता के विचार की भी रक्षा की जाएगी। इसलिए शामिल हुआ हूं।
  • देश के लाखों-करोड़ों नौजवानों को ये लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। हम कांग्रेस पार्टी में इसलिए शामिल हुए हैं, क्योंकि कांग्रेस गांधी की विरासत को लेकर आगे चलेगी।

TNI