हरियाणा के सीएम खट्टर के‌ राज में न रोजगार मिला और न शिक्षा : डॉ. सुशील गुप्ता

हर वर्ग के लोग खट्टर सरकार में त्रस्त, लाखों को गरीबी में धकेला : डॉ. सुशील गुप्ता

हरियाणा के सीएम खट्टर के‌ राज में न रोजगार मिला और न शिक्षा : डॉ. सुशील  गुप्ता

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने शुक्रवार को बयान जारी कर हरियाणा में बढ़ रही गरीबी के मुद्दे पर खट्टर सरकार को घेरा।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगातार गरीबों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश में बीपीएल कार्ड लाभार्थियों की संख्या 30 लाख बढ़ गई है। पहले अंत्योदय लाभार्थियों और बीपीएल लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ 26 लाख होती थी, अब वह बढ़कर 1 करोड़ 56 लाख हो गई है। इससे साबित होता है कि प्रदेश की जनता को खट्टर सरकार ने गरीबी में धकेलने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर के राज में न रोजगार मिल रहा है और न शिक्षा मिल रही है। प्रदेश में हर तरफ निराशा देखने को मिल रही है। 30 लाख लोग और गरीब हो गए हैं, सीएम खट्टर को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारी डर के साये जी रहा है, नए उद्योग प्रदेश में लग नहीं पा रहे। खट्टर सरकार प्रदेश में हर तरीके से फेल हुई है। खुशहाली का संदेश देने वाले हरियाणा में गरीबों की संख्या बढ़ना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़ने से प्रदेश के कई जिलों के राशन डिपो पर लाभार्थियों को राशन भी नहीं मिल रहा है।

एफसीआई ने हरियाणा के 1.26 करोड़ लाभार्थियों के लिए (66250 मीट्रिक टन) राशन का जारी किया जा रहा है। जबकि बीपीएल और एएवाई लाभार्थियों की संख्या 1.56 करोड़ पहुंच गई है तो लाभार्थियों का कोटा भी 66250 मीट्रिक टन से बढक़र 75324 मीट्रिक टन हो गया है। लेकिन एफसीआई द्वारा 1.26 करोड़ लाभार्थियों के हिसाब से 66250 मीट्रिक टन कोटा ही जारी किया जा रहा है। हालात ऐसे हैं कि भिवानी और दादरी में लोगों को गेहूं भी नहीं मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में हर वर्ग के लोग खट्टर सरकार से त्रस्त हैं। मुख्यमंत्री खट्टर ने हरियाणा को बेरोजगारी में नंबर वन बनाने के साथ गरीबी में भी नंबर वन बना दिया है। हरियाणा के कर्मचारी वर्ग हड़ताल पर है। हरियाणा हड़ताल प्रदेश बन कर रह गया है। खट्टर सरकार हर तरीके से फेल साबित हुई है। बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी के कारण युवाओं ने पलायन शुरू कर दिया है।उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार में प्रदेश की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए भी दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।