नितिन गडकरी ने खुदरा बाजार को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लॉजिस्टिक लागत को 10 फीसदी से कम करने पर जोर दिया

नितिन गडकरी ने खुदरा बाजार को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लॉजिस्टिक लागत को 10 फीसदी से कम करने पर जोर दिया

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खुदरा बाजार को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने व आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लॉजिस्टिक लागत को 10 फीसदी से कम करने पर जोर दिया है। एमएंडएम और आईआईएम अहमदाबाद एमपावर श्रृंखला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन और गति-शक्ति कार्यक्रमों की घोषणा के माध्यम से एकीकृत बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि अगले 2 वर्षों के भीतर 25,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की योजना है। मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन कार्यक्रम के तहत एक लाख किलोमीटर से अधिक की लंबाई वाली 2800 परियोजनाओं का रोडमैप तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना के अंतर्गत पूरे देश में प्रमुख शहरी और आर्थिक केंद्रों को जोड़ने वाले 34,800 किलोमीटर राजमार्गों के विकास की योजना बनाई है।

श्री गडकरी ने कहा कि एथेनॉल, एलएनजी, बायो-सीएनजी, इलेक्ट्रिक, हाइड्रोजन जैसे कई आगामी नए वैकल्पिक ईंधन के साथभारत में परिवहन क्षेत्र एक बहुत ही महत्वपूर्ण जंक्शन पर खड़ा है।उन्होंने कहा कि अभी हम जो भी नीतियां बनाते हैं औरउसे अपनाते हैं, वे अगले 30-40 वर्षों के लिए रास्ता दिखाएंगी। उन्होंने कहा कि हमें नई प्रौद्योगिकियों के लिए अपने दरवाजे खोलकर रखने चाहिए क्योंकि बहुत अधिक नियमन कभी-कभी बहुत ही कम समय में उभरती हुई प्रौद्योगिकियों को खत्म कर सकता है। उन्‍होंने कहा कि हमें ऐसी प्रौद्योगिकियों के लिए प्रेरित करने की जरूरत है, जिनका इकोलॉजी और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि  प्रबंधन के क्षेत्रों में हम अपने ज्ञान का उपयोग लगातार काम करने और ऐसी प्रौद्योगिकियों की आर्थिक व्यवहार्यता में सुधार करने के लिए कर सकते हैं। श्री गड़करी ने आगे कहा कि हम पेट्रोल और यहां तक कि फ्लेक्स इंजन के साथ एथेनॉल को मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं, जो 100 फीसदी एथेनॉल या 100 फीसदी पेट्रोल, दोनों पर चल सकता है।श्री गडकरी ने कहा कि पहले लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करने या इसे अपनाने के इच्‍छुक नहीं थे और इसको लेकर कुछ आपत्तियां थीं,लेकिन आज भारत इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों की बिक्री का रिकॉर्ड तोड़ रहा है और आने वाले दिनों में इसी तरह के पैटर्न का पालन चार पहिया वाहनों के लिए भी किया जाएगा।  PIB