चुनावी तैयारी : उत्तराखंड कांग्रेस में घर वापसी के लिए 50 से अधिक आवेदन मिले

चुनावी तैयारी : उत्तराखंड कांग्रेस में घर वापसी के लिए 50 से अधिक आवेदन मिले

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में निष्कासित कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस काम के लिए बनी विचार विमर्श समीक्षा कमेटी और पीसीसी को अब तक 50 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों पर स्क्रूटनी के बाद कोर कमेटी अंतिम निर्णय लेगी। 

उत्तराखंड में करीब तीन साल पहले हुए निकाय चुनावों में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते करीब सौ से अधिक लोगों को निष्कासित किया गया था। अब इनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निष्कासितों से पार्टी में वापसी से पहले अपना पक्ष रखने को कहा है। 

विचार विमर्श समीक्षा कमेटी और पीसीसी के पास अब तक 50 से अधिक आवेदन पहुंच चुके हैं। जल्द ही दून में होने वाली बैठक से पहले कमेटी की ओर से पीसीसी को अपनी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद निष्कासितों की पार्टी में वापसी पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 


विधानसभा चुनाव-2022 से पहले कांग्रेस ने संगठन की मजबूती के लिए यह दांव खेला है। अक्तूबर-नवंबर 2018 में उत्तराखंड के 84 निकायों के चुनाव हुए थे। इस दौरान 7 नगर निगम, 39 नगर पालिका और 38 नगर पंचायतों में भाजपा-कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों का सीधा आमना सामना होना था, लेकिन अपने चहेते दावेदार को टिकट न मिलने पर कुछ नेताओं ने भाजपा या अन्य संगठन समर्थित प्रत्याशियों का प्रचार-प्रसार किया।

अब सियासी समीकरणों में बदलाव की आशंका को भांपते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निष्कासितों को पार्टी में वापस लाने के लिए कसरत शुरू कर दी है। निष्कासितों का पक्ष लेने के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में विचार विमर्श समीक्षा कमेटी का गठन किया गया है। TNI